रामायणम् — 6.105.20
Original
Segmented
त्वम् धारयसि भूतानि वसुधाम् च स पर्वताम् अन्ते पृथिव्याः सलिले दृश्यसे त्वम् महा-उरगः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| धारयसि | धारय् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| भूतानि | भूत | pos=n,g=n,c=2,n=p |
| वसुधाम् | वसुधा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| स | स | pos=i |
| पर्वताम् | पर्वत | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अन्ते | अन्त | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| पृथिव्याः | पृथिवी | pos=n,g=f,c=6,n=s |
| सलिले | सलिल | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| दृश्यसे | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| उरगः | उरग | pos=n,g=m,c=1,n=s |