रामायणम् — 6.107.15
Original
Segmented
त्वाम् तु दृष्ट्वा कुशलिनम् परिष्वज्य स लक्ष्मणम् अद्य दुःखाद् विमुक्तो ऽस्मि नीहाराद् इव भास्करः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्वाम् | त्वद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| कुशलिनम् | कुशलिन् | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| परिष्वज्य | परिष्वज् | pos=vi |
| स | स | pos=i |
| लक्ष्मणम् | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अद्य | अद्य | pos=i |
| दुःखाद् | दुःख | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| विमुक्तो | विमुच् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| नीहाराद् | नीहार | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| भास्करः | भास्कर | pos=n,g=m,c=1,n=s |