रामायणम् — 6.108.18
Original
Segmented
अभिवाद्य च काकुत्स्थः सर्वान् तान् त्रिदश-उत्तमान् लक्ष्मणेन सह भ्रात्रा वासम् आज्ञापयत् तदा
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अभिवाद्य | अभिवादय् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| काकुत्स्थः | काकुत्स्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सर्वान् | सर्व | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तान् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| त्रिदश | त्रिदश | pos=n,comp=y |
| उत्तमान् | उत्तम | pos=a,g=m,c=2,n=p |
| लक्ष्मणेन | लक्ष्मण | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| सह | सह | pos=i |
| भ्रात्रा | भ्रातृ | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| वासम् | वास | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| आज्ञापयत् | आज्ञापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| तदा | तदा | pos=i |