रामायणम् — 6.11.35
Original
Segmented
प्रणिधाय हि चारेण यथावत् सूक्ष्म-बुद्धिना परीक्ष्य च ततः कार्यो यथान्यायम् परिग्रहः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रणिधाय | प्रणिधा | pos=vi |
| हि | हि | pos=i |
| चारेण | चार | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| यथावत् | यथावत् | pos=i |
| सूक्ष्म | सूक्ष्म | pos=a,comp=y |
| बुद्धिना | बुद्धि | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| परीक्ष्य | परीक्ष् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| ततः | ततस् | pos=i |
| कार्यो | कृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=krtya |
| यथान्यायम् | यथान्यायम् | pos=i |
| परिग्रहः | परिग्रह | pos=n,g=m,c=1,n=s |