रामायणम् — 6.11.44
Original
Segmented
अर्थ-अनर्थ-निमित्तम् हि यद् उक्तम् सचिवैः ते तत्र दोषम् प्रपश्यामि क्रिया न हि उपपद्यते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| अनर्थ | अनर्थ | pos=n,comp=y |
| निमित्तम् | निमित्त | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| यद् | यद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| उक्तम् | वच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| सचिवैः | सचिव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| दोषम् | दोष | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| प्रपश्यामि | प्रपश् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| क्रिया | क्रिया | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| उपपद्यते | उपपद् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |