रामायणम् — 6.11.55
Original
Segmented
आकारः छादय् ऽपि न शक्यो विनिगूहितुम् बलात् हि विवृणोति एव भावम् अन्तर्गतम् नृणाम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| आकारः | आकार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| छादय् | छादय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽपि | अपि | pos=i |
| न | न | pos=i |
| शक्यो | शक्य | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| विनिगूहितुम् | विनिगुह् | pos=vi |
| बलात् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| विवृणोति | विवृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| एव | एव | pos=i |
| भावम् | भाव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अन्तर्गतम् | अन्तर्गम् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| नृणाम् | नृ | pos=n,g=,c=6,n=p |