रामायणम् — 6.114.3
Original
Segmented
राघवस्य हरीणाम् च कथम् आसीत् समागमः कस्मिन् देशे किम् आश्रित्य तत् त्वम् आख्याहि पृच्छतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| राघवस्य | राघव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| हरीणाम् | हरि | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| समागमः | समागम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कस्मिन् | क | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| देशे | देश | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| किम् | क | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आश्रित्य | आश्रि | pos=vi |
| तत् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| आख्याहि | आख्या | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| पृच्छतः | प्रच्छ् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |