रामायणम् — 6.114.35
Original
Segmented
सो ऽहम् दुःख-परीतानाम् दुःखम् तद्-ज्ञातीनाम् नुदन् आत्म-वीर्यम् समास्थाय योजनानाम् शतम् प्लुतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| दुःख | दुःख | pos=n,comp=y |
| परीतानाम् | परी | pos=va,g=m,c=6,n=p,f=part |
| दुःखम् | दुःख | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| ज्ञातीनाम् | ज्ञाति | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| नुदन् | नुद् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| आत्म | आत्मन् | pos=n,comp=y |
| वीर्यम् | वीर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| समास्थाय | समास्था | pos=vi |
| योजनानाम् | योजन | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| शतम् | शत | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| प्लुतः | प्लु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |