रामायणम् — 6.17.35
Original
Segmented
यः तु भीमाम् प्रवल्गन्तीम् चमूम् तिष्ठति शोभयन् स्थिताम् तीरे समुद्रस्य द्वितीय इव सागरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| भीमाम् | भीम | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| प्रवल्गन्तीम् | प्रवल्ग् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| चमूम् | चमू | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| शोभयन् | शोभय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| स्थिताम् | स्था | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| तीरे | तीर | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| समुद्रस्य | समुद्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| द्वितीय | द्वितीय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| सागरः | सागर | pos=n,g=m,c=1,n=s |