रामायणम् — 6.19.9
Original
Segmented
यम् तु पश्यसि तिष्ठन्तम् प्रभिन्नम् इव कुञ्जरम् यो बलात् क्षोभयेत् क्रुद्धः समुद्रम् अपि वानरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| पश्यसि | दृश् | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| तिष्ठन्तम् | स्था | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| प्रभिन्नम् | प्रभिद् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| इव | इव | pos=i |
| कुञ्जरम् | कुञ्जर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बलात् | बल | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| क्षोभयेत् | क्षोभय् | pos=v,p=3,n=s,l=vidhilin |
| क्रुद्धः | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| समुद्रम् | समुद्र | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| अपि | अपि | pos=i |
| वानरः | वानर | pos=n,g=m,c=1,n=s |