रामायणम् — 6.2.14
Original
Segmented
विनष्टे वा प्रनष्टे वा शोकः सर्व-अर्थ-नाशनः त्वम् तु बुद्धिमताम् श्रेष्ठः सर्व-शास्त्र-अर्थ-कोविदः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विनष्टे | विनश् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| वा | वा | pos=i |
| प्रनष्टे | प्रणश् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| वा | वा | pos=i |
| शोकः | शोक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| नाशनः | नाशन | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| बुद्धिमताम् | बुद्धिमत् | pos=a,g=m,c=6,n=p |
| श्रेष्ठः | श्रेष्ठ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| शास्त्र | शास्त्र | pos=n,comp=y |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| कोविदः | कोविद | pos=a,g=m,c=1,n=s |