रामायणम् — 6.2.18
Original
Segmented
निश्चेष्टाः क्षत्रिया मन्दाः सर्वे चण्डस्य बिभ्यति लङ्गन-अर्थम् च घोरस्य समुद्रस्य नदीपतेः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निश्चेष्टाः | निश्चेष्ट | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| क्षत्रिया | क्षत्रिय | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| मन्दाः | मन्द | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| सर्वे | सर्व | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| चण्डस्य | चण्ड | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| बिभ्यति | भी | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| लङ्गन | लङ्गन | pos=n,comp=y |
| अर्थम् | अर्थ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| च | च | pos=i |
| घोरस्य | घोर | pos=a,g=m,c=6,n=s |
| समुद्रस्य | समुद्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| नदीपतेः | नदीपति | pos=n,g=m,c=6,n=s |