रामायणम् — 6.22.31
Original
Segmented
प्रद्रुताः च परे त्रस्ता हन्यमाना जघन्यतः अभिद्रुताः तु रक्षोभिः सिंहैः इव महा-द्विपाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रद्रुताः | प्रद्रु | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| च | च | pos=i |
| परे | पर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| त्रस्ता | त्रस् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| हन्यमाना | हन् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| जघन्यतः | जघन्यतस् | pos=i |
| अभिद्रुताः | अभिद्रु | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तु | तु | pos=i |
| रक्षोभिः | रक्षस् | pos=n,g=n,c=3,n=p |
| सिंहैः | सिंह | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| द्विपाः | द्विप | pos=n,g=m,c=1,n=p |