रामायणम् — 6.24.21
Original
Segmented
कल्प्यन्ते मत्त-मातङ्गाः युज्यन्ते रथ-वाजिनः तत्र तत्र च संनद्धाः संपतन्ति पदातयः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कल्प्यन्ते | कल्पय् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| मत्त | मद् | pos=va,comp=y,f=part |
| मातङ्गाः | मातंग | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| युज्यन्ते | युज् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| रथ | रथ | pos=n,comp=y |
| वाजिनः | वाजिन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| च | च | pos=i |
| संनद्धाः | संनह् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| संपतन्ति | सम्पत् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| पदातयः | पदाति | pos=n,g=m,c=1,n=p |