रामायणम् — 6.25.16
Original
Segmented
सा प्रविष्टा पुनः तत्र ददर्श जनकात्मजाम् प्रतीक्षमाणाम् स्वाम् एव भ्रष्ट-पद्माम् इव श्रियम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| प्रविष्टा | प्रविश् | pos=va,g=f,c=1,n=s,f=part |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| ददर्श | दृश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| जनकात्मजाम् | जनकात्मजा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रतीक्षमाणाम् | प्रतीक्ष् | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| स्वाम् | स्व | pos=a,g=f,c=2,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| भ्रष्ट | भ्रंश् | pos=va,comp=y,f=part |
| पद्माम् | पद्म | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| श्रियम् | श्री | pos=n,g=f,c=2,n=s |