रामायणम् — 6.25.6
Original
Segmented
समर्था गगनम् गन्तुम् अपि वा त्वम् रसातलम् अवगच्छामि अकर्तव्यम् कर्तव्यम् ते मद्-अन्तरे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| समर्था | समर्थ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| गगनम् | गगन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| गन्तुम् | गम् | pos=vi |
| अपि | अपि | pos=i |
| वा | वा | pos=i |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| रसातलम् | रसातल | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अवगच्छामि | अवगम् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अकर्तव्यम् | अकर्तव्य | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| कर्तव्यम् | कृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=krtya |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| अन्तरे | अन्तर | pos=n,g=n,c=7,n=s |