रामायणम् — 6.25.9
Original
Segmented
तर्जापयति माम् नित्यम् भर्त्सापयति च असकृत् राक्षसीभिः सु घोराभिः या माम् रक्षन्ति नित्यशः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तर्जापयति | तर्जापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| भर्त्सापयति | भर्त्सापय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| च | च | pos=i |
| असकृत् | असकृत् | pos=i |
| राक्षसीभिः | राक्षसी | pos=n,g=f,c=3,n=p |
| सु | सु | pos=i |
| घोराभिः | घोर | pos=a,g=f,c=3,n=p |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=p |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| रक्षन्ति | रक्ष् | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| नित्यशः | नित्यशस् | pos=i |