रामायणम् — 6.26.6
Original
Segmented
विद्यासु अभिविनीतः यो राजा राजन् नय-अनुगः स शास्ति चिरम् ऐश्वर्यम् अरीन् च कुरुते वशे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विद्यासु | विद्या | pos=n,g=f,c=7,n=p |
| अभिविनीतः | अभिविनी | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजा | राजन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| राजन् | राजन् | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| नय | नय | pos=n,comp=y |
| अनुगः | अनुग | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| शास्ति | शास् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| चिरम् | चिरम् | pos=i |
| ऐश्वर्यम् | ऐश्वर्य | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| अरीन् | अरि | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| च | च | pos=i |
| कुरुते | कृ | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| वशे | वश | pos=n,g=m,c=7,n=s |