रामायणम् — 6.30.19
Original
Segmented
शत-योजन-विस्तीर्णम् विमलम् चारु-दर्शनम् श्लक्ष्णम् श्रीमत् महत् च एव दुष्प्रापम् शकुनैः अपि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| शत | शत | pos=n,comp=y |
| योजन | योजन | pos=n,comp=y |
| विस्तीर्णम् | विस्तृ | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| विमलम् | विमल | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| चारु | चारु | pos=a,comp=y |
| दर्शनम् | दर्शन | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| श्लक्ष्णम् | श्लक्ष्ण | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| श्रीमत् | श्रीमत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| महत् | महत् | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| दुष्प्रापम् | दुष्प्राप | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| शकुनैः | शकुन | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अपि | अपि | pos=i |