रामायणम् — 6.31.25
Original
Segmented
उत्तर-द्वारम् आसाद्य यत्र तिष्ठति रावणः न अन्यः रामात् हि तद् द्वारम् समर्थः परिरक्षितुम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| उत्तर | उत्तर | pos=a,comp=y |
| द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| आसाद्य | आसादय् | pos=vi |
| यत्र | यत्र | pos=i |
| तिष्ठति | स्था | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| रावणः | रावण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अन्यः | अन्य | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| रामात् | राम | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| द्वारम् | द्वार | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| समर्थः | समर्थ | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| परिरक्षितुम् | परिरक्ष् | pos=vi |