रामायणम् — 6.31.80
Original
Segmented
रामः तु बहुभिः हृष्टैः निनदद्भिः प्लवंगमैः वृतो रिपु-वध-आकाङ्क्षी युद्धाय एव अभ्यवर्तत
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| रामः | राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| बहुभिः | बहु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| हृष्टैः | हृष् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| निनदद्भिः | निनद् | pos=va,g=m,c=3,n=p,f=part |
| प्लवंगमैः | प्लवंगम | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वृतो | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| रिपु | रिपु | pos=n,comp=y |
| वध | वध | pos=n,comp=y |
| आकाङ्क्षी | आकाङ्क्षिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| युद्धाय | युद्ध | pos=n,g=n,c=4,n=s |
| एव | एव | pos=i |
| अभ्यवर्तत | अभिवृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |