रामायणम् — 6.31.85
Original
Segmented
कृत्स्नम् हि कपिभिः व्याप्तम् प्राकार-परिखा-अन्तरम् ददृशू राक्षसा दीनाः प्राकारम् वानरीकृतम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कृत्स्नम् | कृत्स्न | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| कपिभिः | कपि | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| व्याप्तम् | व्याप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| प्राकार | प्राकार | pos=n,comp=y |
| परिखा | परिखा | pos=n,comp=y |
| अन्तरम् | अन्तर | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| ददृशू | दृश् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| राक्षसा | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| दीनाः | दीन | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| प्राकारम् | प्राकार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| वानरीकृतम् | वानरीकृ | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |