रामायणम् — 6.32.4
Original
Segmented
स दृष्ट्वा वानरैः सर्वाम् वसुधाम् कवलीकृताम् कथम् क्षपयितव्याः स्युः इति चिन्ता-परः ऽभवत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दृष्ट्वा | दृश् | pos=vi |
| वानरैः | वानर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| सर्वाम् | सर्व | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| वसुधाम् | वसुधा | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| कवलीकृताम् | कवलीकृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| कथम् | कथम् | pos=i |
| क्षपयितव्याः | क्षपय् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=krtya |
| स्युः | अस् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| इति | इति | pos=i |
| चिन्ता | चिन्ता | pos=n,comp=y |
| परः | पर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽभवत् | भू | pos=v,p=3,n=s,l=lan |