रामायणम् — 6.33.40
Original
Segmented
गदा-प्रहारम् तम् घोरम् अचिन्त्य प्लवग-उत्तमः ताम् शिलाम् पातयामास तस्य उरसि महा-मृधे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| गदा | गदा | pos=n,comp=y |
| प्रहारम् | प्रहार | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| तम् | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| घोरम् | घोर | pos=a,g=m,c=2,n=s |
| अचिन्त्य | अचिन्त्य | pos=i |
| प्लवग | प्लवग | pos=n,comp=y |
| उत्तमः | उत्तम | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| ताम् | तद् | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| शिलाम् | शिला | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| पातयामास | पातय् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| उरसि | उरस् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| महा | महत् | pos=a,comp=y |
| मृधे | मृध | pos=n,g=m,c=7,n=s |