रामायणम् — 6.33.42
Original
Segmented
एवम् तैः वानरैः शूरैः शूरासः ते रजनीचराः द्वन्द्वे विमृदिताः तत्र दैत्या इव दिवौकसैः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| एवम् | एवम् | pos=i |
| तैः | तद् | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| वानरैः | वानर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| शूरैः | शूर | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| शूरासः | शूर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| रजनीचराः | रजनीचर | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| द्वन्द्वे | द्वंद्व | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| विमृदिताः | विमृद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| दैत्या | दैत्य | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| इव | इव | pos=i |
| दिवौकसैः | दिवौकस | pos=n,g=m,c=3,n=p |