रामायणम् — 6.36.11
Original
Segmented
इन्द्रजित् तु आत्मनः कर्म तौ शयानौ समीक्ष्य च उवाच परम-प्रीतः हर्षयन् सर्व-नैरृतान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इन्द्रजित् | इन्द्रजित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| आत्मनः | आत्मन् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| कर्म | कर्मन् | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तौ | तद् | pos=n,g=m,c=2,n=d |
| शयानौ | शी | pos=va,g=m,c=2,n=d,f=part |
| समीक्ष्य | समीक्ष् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| उवाच | वच् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| परम | परम | pos=a,comp=y |
| प्रीतः | प्री | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| हर्षयन् | हर्षय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सर्व | सर्व | pos=n,comp=y |
| नैरृतान् | नैरृत | pos=n,g=m,c=2,n=p |