रामायणम् — 6.4.30
Original
Segmented
कोटि-शत-परीवारः केसरी पनसो गजः अर्कः च अतिबलः पार्श्वम् एकम् तस्य अभिरक्षति
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कोटि | कोटि | pos=n,comp=y |
| शत | शत | pos=n,comp=y |
| परीवारः | परीवार | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| केसरी | केसरिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पनसो | पनस | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| गजः | गज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| अर्कः | अर्क | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| अतिबलः | अतिबल | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| पार्श्वम् | पार्श्व | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| एकम् | एक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तस्य | तद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| अभिरक्षति | अभिरक्ष् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |