रामायणम् — 6.4.31
Original
Segmented
सुषेणो जाम्बवान् च एव ऋक्षैः बहुभिः आवृतः सुग्रीवम् पुरतः कृत्वा जघनम् संररक्षतुः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सुषेणो | सुषेण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| जाम्बवान् | जाम्बवन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| एव | एव | pos=i |
| ऋक्षैः | ऋक्ष | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| बहुभिः | बहु | pos=a,g=m,c=3,n=p |
| आवृतः | आवृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| सुग्रीवम् | सुग्रीव | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पुरतः | पुरतस् | pos=i |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| जघनम् | जघन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| संररक्षतुः | संरक्ष् | pos=v,p=3,n=d,l=lit |