रामायणम् — 6.4.39
Original
Segmented
हृताम् अवाप्य वैदेहीम् क्षिप्रम् हत्वा च रावणम् समृद्ध-अर्थः समृद्ध-अर्थाम् अयोध्याम् प्रतियास्यसि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| हृताम् | हृ | pos=va,g=f,c=2,n=s,f=part |
| अवाप्य | अवाप् | pos=vi |
| वैदेहीम् | वैदेही | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| क्षिप्रम् | क्षिप्रम् | pos=i |
| हत्वा | हन् | pos=vi |
| च | च | pos=i |
| रावणम् | रावण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समृद्ध | समृध् | pos=va,comp=y,f=part |
| अर्थः | अर्थ | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| समृद्ध | समृध् | pos=va,comp=y,f=part |
| अर्थाम् | अर्थ | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| अयोध्याम् | अयोध्या | pos=n,g=f,c=2,n=s |
| प्रतियास्यसि | प्रतिया | pos=v,p=2,n=s,l=lrt |