रामायणम् — 6.4.46
Original
Segmented
नैरृतम् नैरृतानाम् च नक्षत्रम् अभिपीड्यते मूलम् मूलवता स्पृष्टम् धूप्यते धूमकेतुना
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| नैरृतम् | नैरृत | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| नैरृतानाम् | नैरृत | pos=n,g=m,c=6,n=p |
| च | च | pos=i |
| नक्षत्रम् | नक्षत्र | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अभिपीड्यते | अभिपीडय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मूलम् | मूल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मूलवता | मूलवन्त् | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| स्पृष्टम् | स्पृश् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| धूप्यते | धूपय् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| धूमकेतुना | धूमकेतु | pos=n,g=m,c=3,n=s |