रामायणम् — 6.4.48
Original
Segmented
प्रसन्नाः सुरसाः च आपः वनानि फलवन्ति च प्रवान्ति अभ्यधिकम् गन्धा यथा ऋतु-कुसुमाः द्रुमाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| प्रसन्नाः | प्रसद् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| सुरसाः | सुरस | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| आपः | अप् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| वनानि | वन | pos=n,g=n,c=1,n=p |
| फलवन्ति | फलवत् | pos=a,g=n,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| प्रवान्ति | प्रवा | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| अभ्यधिकम् | अभ्यधिक | pos=a,g=n,c=2,n=s |
| गन्धा | गन्ध | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| यथा | यथा | pos=i |
| ऋतु | ऋतु | pos=n,comp=y |
| कुसुमाः | कुसुम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| द्रुमाः | द्रुम | pos=n,g=m,c=1,n=p |