रामायणम् — 6.4.74
Original
Segmented
विरराज समीप-स्थम् सागरस्य तु तद् बलम् मधु-पाण्डु-जलः श्रीमान् द्वितीय इव सागरः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विरराज | विराज् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| समीप | समीप | pos=n,comp=y |
| स्थम् | स्थ | pos=a,g=n,c=1,n=s |
| सागरस्य | सागर | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| तु | तु | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| बलम् | बल | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मधु | मधु | pos=n,comp=y |
| पाण्डु | पाण्डु | pos=a,comp=y |
| जलः | जल | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| श्रीमान् | श्रीमत् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| द्वितीय | द्वितीय | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| सागरः | सागर | pos=n,g=m,c=1,n=s |