रामायणम् — 6.4.9
Original
Segmented
दूषयेयुः दुरात्मानः पथि मूल-फल-उदकम् राक्षसाः परिरक्षेथाः तेभ्यः त्वम् नित्यम् उद्यतः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दूषयेयुः | दूषय् | pos=v,p=3,n=p,l=vidhilin |
| दुरात्मानः | दुरात्मन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| पथि | पथिन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| मूल | मूल | pos=n,comp=y |
| फल | फल | pos=n,comp=y |
| उदकम् | उदक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| राक्षसाः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| परिरक्षेथाः | परिरक्ष् | pos=v,p=2,n=s,l=vidhilin |
| तेभ्यः | तद् | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| नित्यम् | नित्यम् | pos=i |
| उद्यतः | उद्यम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |