रामायणम् — 6.44.36
Original
Segmented
विनेदुः च यथा प्राणम् हरयो जित-काशिन् चकर्षुः च पुनः तत्र स प्राणान् एव राक्षसान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| विनेदुः | विनद् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| च | च | pos=i |
| यथा | यथा | pos=i |
| प्राणम् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| हरयो | हरि | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| जित | जि | pos=va,comp=y,f=part |
| काशिन् | काशिन् | pos=a,g=m,c=1,n=p |
| चकर्षुः | कृष् | pos=v,p=3,n=p,l=lit |
| च | च | pos=i |
| पुनः | पुनर् | pos=i |
| तत्र | तत्र | pos=i |
| स | स | pos=i |
| प्राणान् | प्राण | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| एव | एव | pos=i |
| राक्षसान् | राक्षस | pos=n,g=m,c=2,n=p |