रामायणम् — 6.45.31
Original
Segmented
सागर-प्रतिमा-ओघेन वृतः तेन बलेन सः प्रहस्तो निर्ययौ तूर्णम् क्रुद्धः काल-अन्तक-उपमः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| सागर | सागर | pos=n,comp=y |
| प्रतिमा | प्रतिमा | pos=n,comp=y |
| ओघेन | ओघ | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| वृतः | वृ | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तेन | तद् | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| बलेन | बल | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| सः | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रहस्तो | प्रहस्त | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निर्ययौ | निर्या | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| तूर्णम् | तूर्णम् | pos=i |
| क्रुद्धः | क्रुध् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| काल | काल | pos=n,comp=y |
| अन्तक | अन्तक | pos=n,comp=y |
| उपमः | उपम | pos=a,g=m,c=1,n=s |