रामायणम् — 6.45.38
Original
Segmented
निर्याण-श्रीः च या अस्य आसीत् भास्वरा च सु दुर्लभा सा ननाश मुहूर्तेन समे च स्खलिता हयाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| निर्याण | निर्याण | pos=n,comp=y |
| श्रीः | श्री | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| या | यद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| अस्य | इदम् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| आसीत् | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lan |
| भास्वरा | भास्वर | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| च | च | pos=i |
| सु | सु | pos=i |
| दुर्लभा | दुर्लभ | pos=a,g=f,c=1,n=s |
| सा | तद् | pos=n,g=f,c=1,n=s |
| ननाश | नश् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| मुहूर्तेन | मुहूर्त | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| समे | सम | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| च | च | pos=i |
| स्खलिता | स्खल् | pos=va,g=m,c=1,n=p,f=part |
| हयाः | हय | pos=n,g=m,c=1,n=p |