रामायणम् — 6.48.14
Original
Segmented
कुम्भकर्णः सदा शेते मूढो ग्राम्य-सुखे रतः रामेण अभिनिरस्तस्य संग्रामो ऽस्मिन् सु दारुणे
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कुम्भकर्णः | कुम्भकर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सदा | सदा | pos=i |
| शेते | शी | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| मूढो | मुह् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ग्राम्य | ग्राम्य | pos=a,comp=y |
| सुखे | सुख | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| रतः | रम् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| रामेण | राम | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| अभिनिरस्तस्य | अभिनिरस् | pos=va,g=m,c=6,n=s,f=part |
| संग्रामो | संग्राम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्मिन् | इदम् | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| दारुणे | दारुण | pos=a,g=n,c=7,n=s |