रामायणम् — 6.48.16
Original
Segmented
ईदृशे व्यसने प्राप्ते यो न साह्याय कल्पते ते तु तद्-वचनम् श्रुत्वा राक्षस-इन्द्रस्य राक्षसाः
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| ईदृशे | ईदृश | pos=a,g=n,c=7,n=s |
| व्यसने | व्यसन | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| प्राप्ते | प्राप् | pos=va,g=m,c=7,n=s,f=part |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| साह्याय | साह्य | pos=n,g=n,c=4,n=s |
| कल्पते | क्ᄆप् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ते | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,comp=y |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| इन्द्रस्य | इन्द्र | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| राक्षसाः | राक्षस | pos=n,g=m,c=1,n=p |