रामायणम् — 6.48.60
Original
Segmented
न हि अल्प-कारणे सुप्तम् बोधयिष्यति माम् भृशम् तद् आख्यात अर्थ-तत्त्वेन मद्-प्रबोधन-कारणम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| अल्प | अल्प | pos=a,comp=y |
| कारणे | कारण | pos=n,g=n,c=7,n=s |
| सुप्तम् | स्वप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| बोधयिष्यति | बोधय् | pos=v,p=3,n=s,l=lrt |
| माम् | मद् | pos=n,g=,c=2,n=s |
| भृशम् | भृशम् | pos=i |
| तद् | तद् | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| आख्यात | आख्या | pos=v,p=2,n=p,l=lot |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| तत्त्वेन | तत्त्व | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| मद् | मद् | pos=n,comp=y |
| प्रबोधन | प्रबोधन | pos=n,comp=y |
| कारणम् | कारण | pos=n,g=n,c=2,n=s |