रामायणम् — 6.48.7
Original
Segmented
देव-दानव-गन्धर्वैः यक्ष-राक्षस-पन्नगैः अवध्य-त्वम् मया प्राप्तम् मानुषेभ्यो न याचितम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| देव | देव | pos=n,comp=y |
| दानव | दानव | pos=n,comp=y |
| गन्धर्वैः | गन्धर्व | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| यक्ष | यक्ष | pos=n,comp=y |
| राक्षस | राक्षस | pos=n,comp=y |
| पन्नगैः | पन्नग | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| अवध्य | अवध्य | pos=a,comp=y |
| त्वम् | त्व | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| मया | मद् | pos=n,g=,c=3,n=s |
| प्राप्तम् | प्राप् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |
| मानुषेभ्यो | मानुष | pos=n,g=m,c=5,n=p |
| न | न | pos=i |
| याचितम् | याच् | pos=va,g=n,c=1,n=s,f=part |