रामायणम् — 6.51.2
Original
Segmented
दृष्टो दोषो हि यो ऽस्माभिः पुरा मन्त्र-विनिर्णये हितेषु अनभियुक्तेन सो ऽयम् आसादितः त्वया
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| दृष्टो | दृश् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| दोषो | दोष | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| हि | हि | pos=i |
| यो | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽस्माभिः | मद् | pos=n,g=,c=3,n=p |
| पुरा | पुरा | pos=i |
| मन्त्र | मन्त्र | pos=n,comp=y |
| विनिर्णये | विनिर्णय | pos=n,g=m,c=7,n=s |
| हितेषु | हित | pos=a,g=n,c=7,n=p |
| अनभियुक्तेन | अनभियुक्त | pos=a,g=m,c=3,n=s |
| सो | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| ऽयम् | इदम् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| आसादितः | आसादय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| त्वया | त्वद् | pos=n,g=,c=3,n=s |