रामायणम् — 6.51.7
Original
Segmented
त्रयाणाम् पञ्चधा योगम् कर्मणाम् यः प्रपश्यति सचिवैः समयम् कृत्वा स सभ्ये वर्तते पथि
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| त्रयाणाम् | त्रि | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| पञ्चधा | पञ्चधा | pos=i |
| योगम् | योग | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कर्मणाम् | कर्मन् | pos=n,g=n,c=6,n=p |
| यः | यद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| प्रपश्यति | प्रपश् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सचिवैः | सचिव | pos=n,g=m,c=3,n=p |
| समयम् | समय | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| कृत्वा | कृ | pos=vi |
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सभ्ये | सभ्य | pos=a,g=m,c=7,n=s |
| वर्तते | वृत् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| पथि | पथिन् | pos=n,g=m,c=7,n=s |