रामायणम् — 6.52.22
Original
Segmented
अहम् द्विजिह्वः संह्रादी कुम्भकर्णो वितर्दनः पञ्च राम-वधाय एते निर्यान्ति इति अवघोषय
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| द्विजिह्वः | द्विजिह्व | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| संह्रादी | संह्रादिन् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| कुम्भकर्णो | कुम्भकर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| वितर्दनः | वितर्दन | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| पञ्च | पञ्चन् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| राम | राम | pos=n,comp=y |
| वधाय | वध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| एते | एतद् | pos=n,g=m,c=1,n=p |
| निर्यान्ति | निर्या | pos=v,p=3,n=p,l=lat |
| इति | इति | pos=i |
| अवघोषय | अवघोषय् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |