रामायणम् — 6.52.6
Original
Segmented
यान् तु धर्म-अर्थ-कामान् त्वम् ब्रवीषि पृथक् आश्रयान् अनुबोद्धुम् स्वभावेन न हि लक्षणम् अस्ति ते
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| यान् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| तु | तु | pos=i |
| धर्म | धर्म | pos=n,comp=y |
| अर्थ | अर्थ | pos=n,comp=y |
| कामान् | काम | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| ब्रवीषि | ब्रू | pos=v,p=2,n=s,l=lat |
| पृथक् | पृथक् | pos=i |
| आश्रयान् | आश्रय | pos=n,g=m,c=2,n=p |
| अनुबोद्धुम् | अनुबुध् | pos=vi |
| स्वभावेन | स्वभाव | pos=n,g=m,c=3,n=s |
| न | न | pos=i |
| हि | हि | pos=i |
| लक्षणम् | लक्षण | pos=n,g=n,c=1,n=s |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| ते | त्वद् | pos=n,g=,c=6,n=s |