रामायणम् — 6.53.11
Original
Segmented
कश्चिद् मे त्वद्-समः न अस्ति सौहृदेन बलेन च गच्छ शत्रु-वधाय त्वम् कुम्भकर्ण जयाय च
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| कश्चिद् | कश्चित् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| त्वद् | त्वद् | pos=n,comp=y |
| समः | सम | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अस्ति | अस् | pos=v,p=3,n=s,l=lat |
| सौहृदेन | सौहृद | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| बलेन | बल | pos=n,g=n,c=3,n=s |
| च | च | pos=i |
| गच्छ | गम् | pos=v,p=2,n=s,l=lot |
| शत्रु | शत्रु | pos=n,comp=y |
| वधाय | वध | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| त्वम् | त्वद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| कुम्भकर्ण | कुम्भकर्ण | pos=n,g=m,c=8,n=s |
| जयाय | जय | pos=n,g=m,c=4,n=s |
| च | च | pos=i |