रामायणम् — 6.53.22
Original
Segmented
काञ्चन-अङ्गद-केयूरः निष्क-आभरण-भूषितः कुम्भकर्णो बृहत्-कर्णः सु हुतः ऽग्निः इव आबभौ
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| काञ्चन | काञ्चन | pos=n,comp=y |
| अङ्गद | अङ्गद | pos=n,comp=y |
| केयूरः | केयूर | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| निष्क | निष्क | pos=n,comp=y |
| आभरण | आभरण | pos=n,comp=y |
| भूषितः | भूषय् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| कुम्भकर्णो | कुम्भकर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बृहत् | बृहत् | pos=a,comp=y |
| कर्णः | कर्ण | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| सु | सु | pos=i |
| हुतः | हु | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| ऽग्निः | अग्नि | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| आबभौ | आभा | pos=v,p=3,n=s,l=lit |