रामायणम् — 6.55.62
Original
Segmented
तस्मात् मुहूर्तम् काङ्क्षिष्ये विक्रमम् पार्थिवस्य नः भिन्नम् च वानर-अनीकम् तावद् आश्वासयामि अहम्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| तस्मात् | तस्मात् | pos=i |
| मुहूर्तम् | मुहूर्त | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| काङ्क्षिष्ये | काङ्क्ष् | pos=v,p=1,n=s,l=lrt |
| विक्रमम् | विक्रम | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| पार्थिवस्य | पार्थिव | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| नः | मद् | pos=n,g=,c=6,n=p |
| भिन्नम् | भिद् | pos=va,g=n,c=2,n=s,f=part |
| च | च | pos=i |
| वानर | वानर | pos=n,comp=y |
| अनीकम् | अनीक | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| तावद् | तावत् | pos=i |
| आश्वासयामि | आश्वासय् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |