रामायणम् — 6.56.7
Original
Segmented
इदानीम् खलु अहम् न अस्मि यस्य मे पतितो भुजः दक्षिणो यम् समाश्रित्य न बिभेमि सुर-असुरान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| इदानीम् | इदानीम् | pos=i |
| खलु | खलु | pos=i |
| अहम् | मद् | pos=n,g=,c=1,n=s |
| न | न | pos=i |
| अस्मि | अस् | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| यस्य | यद् | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| मे | मद् | pos=n,g=,c=6,n=s |
| पतितो | पत् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| भुजः | भुज | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| दक्षिणो | दक्षिण | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| यम् | यद् | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समाश्रित्य | समाश्रि | pos=vi |
| न | न | pos=i |
| बिभेमि | भी | pos=v,p=1,n=s,l=lat |
| सुर | सुर | pos=n,comp=y |
| असुरान् | असुर | pos=n,g=m,c=2,n=p |