रामायणम् — 6.57.77
Original
Segmented
स भर्तुः वचनम् श्रुत्वा निष्पपात अङ्गदः तदा अनीकात् मेघ-संकाशात् मेघ-अनीकात् इव अंशुमान्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| स | तद् | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| भर्तुः | भर्तृ | pos=n,g=m,c=6,n=s |
| वचनम् | वचन | pos=n,g=n,c=2,n=s |
| श्रुत्वा | श्रु | pos=vi |
| निष्पपात | निष्पत् | pos=v,p=3,n=s,l=lit |
| अङ्गदः | अङ्गद | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| तदा | तदा | pos=i |
| अनीकात् | अनीक | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| मेघ | मेघ | pos=n,comp=y |
| संकाशात् | संकाश | pos=n,g=n,c=5,n=s |
| मेघ | मेघ | pos=n,comp=y |
| अनीकात् | अनीक | pos=n,g=m,c=5,n=s |
| इव | इव | pos=i |
| अंशुमान् | अंशुमन्त् | pos=n,g=m,c=1,n=s |