रामायणम् — 6.58.3
Original
Segmented
भ्रातृ-व्यसन-संतप्तः तदा देवान्तको बली आदाय परिघम् दीप्तम् अङ्गदम् समभिद्रवत्
Analysis
| Word | Lemma | Parse |
|---|---|---|
| भ्रातृ | भ्रातृ | pos=n,comp=y |
| व्यसन | व्यसन | pos=n,comp=y |
| संतप्तः | संतप् | pos=va,g=m,c=1,n=s,f=part |
| तदा | तदा | pos=i |
| देवान्तको | देवान्तक | pos=n,g=m,c=1,n=s |
| बली | बलिन् | pos=a,g=m,c=1,n=s |
| आदाय | आदा | pos=vi |
| परिघम् | परिघ | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| दीप्तम् | दीप् | pos=va,g=m,c=2,n=s,f=part |
| अङ्गदम् | अङ्गद | pos=n,g=m,c=2,n=s |
| समभिद्रवत् | समभिद्रु | pos=v,p=3,n=s,l=lan |